मांगलिक लड़के की शादी के लिए उपाय: कुम्भ विवाह पूजा उज्जैन
शास्त्रों के अनुसार, मंगल दोष पूर्व जन्म के कर्मों (जैसे क्रोध, हिंसा, या विश्वासघात) से उत्पन्न हो सकता है। जब मंगल ग्रह किसी व्यक्ति की कुंडली में अशुभ स्थान पर होता है, तो वह व्यक्ति मांगलिक दोष से पीड़ित माना जाता है। यदि कोई लड़का मांगलिक होता है, तो उसकी शादी में देरी, अड़चन या विवाह के बाद असहमति जैसी परेशानियां देखने को मिलती हैं। इस दोष के निवारण का एकमात्र रामबाण उपाय है कुम्भ विवाह पूजा।
यदि मांगलिक लड़का सही विधि से पूजा, व्रत और दान करे, तो उसके जीवन में विवाह से जुड़ी हर रुकावट दूर हो सकती है। सबसे महत्वपूर्ण बात है — उपाय में श्रद्धा और निरंतरता। उज्जैन में कुम्भ विवाह पूजा कराने के लिए अनुभवी पंडित मंगलेश शर्मा जी से संपर्क करें और अपनी पूजा की बुकिंग की पूरी जानकारी प्राप्त करें।
Contents
- 1 मांगलिक लड़के की शादी के लिए उज्जैन में प्रभावी और चमत्कारी उपाय
- 2 कुंभ विवाह पूजा (Kumbh Vivah Puja):
- 3 कुम्भ विवाह की पूजा-विधि क्या है?
- 4 कुम्भ विवाह पूजा कराने से क्या लाभ मिलते है?
- 5 उज्जैन में कुम्भ विवाह पूजा में कितना खर्च आता है?
- 6 मांगलिक दोष निवारण के अन्य उपाय कौन-कौन से है?
- 7 मांगलिक लड़के के लिए जरूरी सावधानियां
- 8 कुम्भ विवाह पूजा उज्जैन में कराने के लिए अभी संपर्क करें?
मांगलिक लड़के की शादी के लिए उज्जैन में प्रभावी और चमत्कारी उपाय
मंगल दोष के नकारात्मक प्रभाव को कम करने और शादी को सुगम बनाने के लिए निम्नलिखित उपाय वैदिक ज्योतिष, शास्त्रों, और अनुभवी पंडितों की सलाह पर आधारित हैं। ये उपाय विशेष रूप से प्रभावी होंगे और 60-120 दिनों में परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
कुंभ विवाह पूजा (Kumbh Vivah Puja):
कुंभ विवाह मंगल दोष का सबसे शक्तिशाली और शास्त्रसम्मत उपाय है। इसमें मांगलिक लड़के का प्रतीकात्मक विवाह एक मिट्टी के घड़े (कुंभ), पीपल के पेड़ (अर्क विवाह) के साथ किया जाता है। यह घड़ा मंगल की नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करता है, जिससे वास्तविक विवाह में बाधाएं और समस्याएँ (जैसे दांपत्य कलह) कम होते हैं।
स्थान: उज्जैन का मंगलनाथ मंदिर (मंगल का जन्मस्थान) इस दोष के निवारण के लिए सबसे प्रभावी और शुभ स्थान माना जाता है।
कुम्भ विवाह की पूजा-विधि क्या है?
- गणेश पूजा और संकल्प।
- मंगल मंत्र जाप: “ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः” – 10,000 बार (रुद्राक्ष माला से)।
- प्रतीकात्मक विवाह: कन्यादान, सात फेरे, सिन्दूर, और मंगलसूत्र।
- घड़े का क्षिप्रा नदी में विसर्जन।
समय: मंगलवार, अंगारक चतुर्थी , नवरात्रि, या महाशिवरात्रि के पवित्र दिनों में यह पूजा विशेष रूप से लाभकारी मनी जाती है। पूजा के मुहूर्त और सही समय की जानकारी के लिए नीचे दिये गए नंबर पर कॉल करें और उज्जैन के अनुभवी पंडित मंगलेश शर्मा जी से पूजा मुहूर्त की जानकारी प्राप्त करें।
कुम्भ विवाह पूजा कराने से क्या लाभ मिलते है?
- विवाह में देरी समाप्त, उपयुक्त रिश्ते प्राप्त होना।
- दांपत्य जीवन में मधुरता और स्थिरता।
- मंगल दोष का 80-90% निवारण।
- स्वास्थ्य और करियर में सुधार।
उज्जैन में कुम्भ विवाह पूजा में कितना खर्च आता है?
उज्जैन में कुम्भ विवाह पूजा कराने में पूजा खर्च कई बातो पर निर्भर करता है जैसे: पंडित जी, पूजा की सामग्री, दोष की जटिलता और पूजा का स्थान। इस पूजा का अनुमानित खर्च ₹2,100-5,000 या इससे अधिक भी (उज्जैन में, पंडित और सामग्री सहित) हो सकता है। पूजा की सटीक जानकारी के लिए आज ही उज्जैन के अनुभवी पंडित जी से संपर्क करें।
मांगलिक दोष निवारण के अन्य उपाय कौन-कौन से है?
मंगल दोष निवारण पूजा (Mangal Dosh Nivaran Puja)
यह वैदिक उपाय मंगल ग्रह को शांत करने के लिए किया जाता है। इस पूजा में नवग्रह शांति पाठ, मंगल बीज मंत्र का जप और हवन किया जाता है। इससे ग्रहों की स्थिति संतुलित होती है और विवाह में आ रही अड़चनें दूर होती हैं। उज्जैन में मांगलिक दोष पूजा कराना अत्यंत शुभ और प्रभावी होती है।
3. महामृत्युंजय मंत्र जाप करें
मांगलिक व्यक्ति के लिए महामृत्युंजय मंत्र का जाप बहुत शुभ होता है। यह मंत्र शरीर, मन और ग्रहों – तीनों को संतुलित करता है। यदि संभव हो तो किसी अनुभवी पंडित से उज्जैन में 51,000 या 1,25,000 महामृत्युंजय जाप करवाना अत्यंत प्रभावी माना गया है।
4. मंगलवार के दिन व्रत और दान करें
मंगलवार का दिन मंगल ग्रह का होता है। इस दिन हनुमान जी की पूजा करें, लाल वस्त्र पहनें, लाल मसूर की दाल, गुड़ और मूंगा का दान करें, नमक और मांसाहार से परहेज रखें।
5. हनुमान जी की आराधना करें
मंगल ग्रह के स्वामी भगवान हनुमान हैं। हर मंगलवार हनुमान चालीसा और बजरंग बाण का पाठ करने से मंगल के दोष कम होते हैं। हनुमान मंदिर में सरसों के तेल का दीपक जलाना और सिंदूर चढ़ाना भी शुभ माना गया है।
6. मूंगा रत्न धारण करें (Red Coral Gemstone)
मूंगा मंगल ग्रह का रत्न है। इसे सोने या तांबे की अंगूठी में पहनना चाहिए। लेकिन इसे पहनने से पहले किसी ज्योतिषी से परामर्श जरूर लें, क्योंकि गलत विधि से धारण करने पर उल्टा प्रभाव भी हो सकता है।
7. गाय, ब्राह्मण या कन्या को दान दें
दान ग्रहों के दोष शांत करने का सबसे आसान उपाय है। मंगल दोष के लिए लाल वस्त्र, गुड़, लाल मसूर, तांबा और मूंगा का दान करने से शुभ फल प्राप्त होता है।
मांगलिक लड़के के लिए जरूरी सावधानियां
- मंगलवार को झगड़ा या विवाद न करें।
- मांसाहार, शराब और नकारात्मक संगति से बचें।
- अपने क्रोध पर नियंत्रण रखें।
- माता-पिता और बुजुर्गों का सम्मान करें।
- नियमित रूप से हनुमान जी का नाम स्मरण करें।
कुम्भ विवाह पूजा उज्जैन में कराने के लिए अभी संपर्क करें?
यदि आप भी विवाह संबन्धित समस्याओ से परेशान है और इस दोष का निवारण कराना चाहते है तो हमारे अनुभवी और विद्वान पंडितजी वैदिक विधि से आपकी कुंडली देखकर उचित उपाय करवाते हैं।
उज्जैन में पूरी विधि-विधान से पूजा कराई जाती है ताकि मंगल ग्रह का प्रभाव शांत होकर विवाह योग सशक्त बने। आज ही नीचे दिये नंबर पर कॉल करें और अपनी पूजा बुक करें।