श्रापित दोष निवारण पूजा उज्जैन

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श्रापित दोष क्या है?

श्रापित दोष, ज्योतिष शास्त्र में एक गंभीर और प्रभावशाली दोष है, जो व्यक्ति के जीवन में श्राप जैसी बाधाएँ और परेशानियाँ ला सकता है। यह दोष तब बनता है जब कुंडली में शनि (शनि देव) ग्रह राहु या केतु के साथ युति करता है, जिससे शनि की न्यायपूर्ण ऊर्जा और राहु/केतु की छाया शक्तियाँ मिलकर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं। श्रापित दोष व्यक्ति को आर्थिक हानि, स्वास्थ्य समस्याएँ, पारिवारिक कलह, करियर में रुकावटें और आध्यात्मिक असंतुलन दे सकता है।

लेकिन उज्जैन, भगवान महाकालेश्वर की पवित्र नगरी, श्रापित दोष पूजा के लिए सबसे शक्तिशाली स्थान माना जाता है। यहां की श्रापित दोष पूजा न केवल वैदिक अनुष्ठान है, बल्कि यह एक ऐसी आध्यात्मिक यात्रा है जो शनि की कठोरता को शांत कर जीवन में न्याय, समृद्धि और शांति लाती है।

श्रापित दोष कब और कैसे बनता है? जाने कारण

श्रापित दोष तब बनता है जब किसी व्यक्ति की जन्मकुंडली में शनि, राहु, केतु, चंद्र या अन्य अशुभ ग्रह आपस में ऐसी विशेष स्थिति बनाते हैं, जिससे ग्रह अपनी सकारात्मक ऊर्जा खो देते हैं।
कभी-कभी पूर्वजों, पितरों या किसी जन्म के कर्मों से जुड़े श्राप के कारण भी यह दोष बनता है।

श्रापित दोष के कारण

  • जन्मकुंडली में शनि और राहु की युति

  • पितृ दोष या पूर्वजों की अशांति

  • पिछले जन्म के अधूरे कर्म या अपूर्ण इच्छाएँ

  • किसी को दिया गया या पाया गया श्राप

  • ग्रहों का नीच स्थान या अशुभ दृष्टि

श्रापित दोष के प्रभाव कौन-कौन से है?

श्रापित दोष के प्रभाव से जीवन में कई परेशानियाँ सामने आती हैं कुछ समस्याएँ जो इस दोष के कारण उत्पन्न होती है जो की निम्नलिखित है:

  • बार-बार असफलता या रुकावटें आना। 

  • विवाह में विलंब या दांपत्य कलेश का बने रहना। 

  • संतान प्राप्ति में समस्या

  • आर्थिक नुकसान और कर्ज का बढ़ना। 

  • मानसिक तनाव, अवसाद और नकारात्मक ऊर्जा का बढ़ना। 

  • परिवार में लगातार झगड़े या विवाद होना। 

  • बार-बार दुर्घटनाएँ और स्वास्थ्य समस्याएँ बनी रहती है। 

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श्रापित दोष दूर करने के उपाय कौन-कौन से है?

  • महामृत्युंजय मंत्र का नियमित रूप से जाप करें। 

  • शिवलिंग पर जल और बेलपत्र अर्पण करना इस दोष को दूर करने का विशेष और प्रभावी उपाय है। 

  • पितरों का श्राद्ध और तर्पण करने से पूर्व जन्म के श्राप मिट जाते है। 

  • नवग्रह शांति यज्ञ कराना विशेष फलदायी होता है।  

  • पवित्र स्थलों पर अभिषेक करने से भगवान शिव की कृपा दृष्टि प्राप्त होती है। 

श्रापित दोष पूजा क्या है? इसका महत्व क्या है?

उज्जैन में श्रापित दोष पूजा एक शक्तिशाली वैदिक अनुष्ठान है, जो शनि-राहु/केतु की युति को शांत करने में विशेष रूप से प्रभावी है। भगवान महाकालेश्वर, जो शनि के न्याय को संतुलित करते हैं, और पवित्र क्षिप्रा नदी, जो श्रापों को धोती है, इस पूजा को अद्वितीय बनाते हैं। उज्जैन का प्राचीन ज्योतिषीय महत्व और वैदिक परंपराएँ शनि की कठोरता को न्यायपूर्ण ऊर्जा में बदलती हैं। यह पूजा एक आध्यात्मिक साहसिक यात्रा है, जहां हर अनुष्ठान श्रापित दोष की बाधाओं को दूर करने का प्रतीक है। यह अन्य दोष पूजाओं से अलग है, क्योंकि यहां शनि की कृपा पर विशेष जोर दिया जाता है, जो कर्मफल को सुधारती है। उज्जैन को धार्मिक, ज्योतिषीय और वैदिक अनुष्ठानों के लिए विशेष स्थान प्राप्त है।

  • यहाँ स्थित महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की शक्ति से की गई पूजा अत्यंत प्रभावी होती है।

  • शिप्रा नदी के तट पर की जाने वाली हवन और अनुष्ठान नकारात्मक ऊर्जा को दूर करते हैं।

  • प्राचीन वैदिक परंपरा के अनुसार, यहाँ अनुभवी पंडित सही मुहूर्त और विधि से पूजा संपन्न करते हैं।

श्रापित दोष पूजा की विधि क्या है?

1. पूजा का संकल्प

पंडित जी जन्मकुंडली देखकर पूजा का संकल्प लेते हैं और श्रापित दोष निवारण के लिए विशेष मंत्रोच्चारण करते हैं।

2. नवग्रह और विशेष देवताओं का आह्वान

श्रापित दोष अक्सर कई ग्रहों से संबंधित होता है, इसलिए नवग्रहों, पितरों और शिवजी का ध्यान-पूजन किया जाता है।

3. हवन और मंत्र जाप

  • विशेष बीज मंत्रों का जाप कर ग्रहों की अशुभता कम की जाती है।

  • हवन में दुर्भाग्य और नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करने के लिए आहुति दी जाती है।

4. पितृ तर्पण और दान

कई मामलों में पितृ दोष भी श्रापित दोष का कारण होता है, इसलिए पूजा के दौरान पितृ तर्पण और दान का विशेष महत्व है।

5. अभिषेक और प्रसाद

पूजा के अंत में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का अभिषेक और भक्तों को प्रसाद वितरण होता है।

उज्जैन में श्रापित दोष पूजा में कितना खर्च आता है?

श्रापित दोष पूजा का खर्च इस बात पर निर्भर करता है कि कितने पंडित, कितने दिनों का अनुष्ठान और कितने मंत्र जाप किए जा रहे हैं।
आमतौर पर उज्जैन में इस पूजा का खर्च ₹2000 से ₹5,000 तक हो सकता है। यह एक अनुमानित पूजा खर्च है पूजा के बारे में सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए आज ही उज्जैन के अनुभवी पंडित मंगलेश शर्मा जी से संपर्क करें। 

श्रापित दोष पूजा के लाभ कौन-कौन से है?

  • ग्रहों की नकारात्मक ऊर्जा शांत होती है। 

  • विवाह और संतान संबंधी रुकावटें दूर होती हैं। 

  • आर्थिक स्थिति में सुधार होता है। 

  • मानसिक शांति और सकारात्मक सोच विकसित होती है। 

  • पारिवारिक जीवन में सामंजस्य और सुख आता है। 

  • जीवन में सफलता और समृद्धि के नए अवसर खुलते हैं। 

उज्जैन में कैसे कराएँ श्रापित दोष पूजा बुकिंग?

यदि आप जीवन में लगातार संघर्ष, रुकावटें, मानसिक तनाव और असफलताओं का सामना कर रहे हैं, तो संभव है कि आपकी कुंडली में श्रापित दोष हो। इस दोष से छुटकारा पाने के लिए आज ही उज्जैन के अनुभवी पंडित मंगलेश शर्मा जी से सम्पर्क करें और अपनी पूजा के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करें। 

FAQS Shrapit Dosh Puja Ujjain

क्या श्रापित दोष जीवनभर रहता है?

नहीं, वैदिक विधि से की गई पूजा और उपायों से इस दोष के प्रभाव को कम या समाप्त किया जा सकता है।

पूजा का समय पूजा की विधि पर निर्भर करता है, लेकिन सामान्यतः 3 से 6 घंटे का समय लगता है।

कुछ मामलों में तुरंत सकारात्मक बदलाव दिखते हैं, लेकिन प्रभाव व्यक्ति की कुंडली और ग्रह दशा पर निर्भर करता है।