अंगारक दोष पूजा-विधि क्या है?

अंगारक दोष की पूजा विधि: सही तरीके से पूजन करने का महत्व

क्या आपके जीवन में अचानक से गुस्सा, विवाद या स्वास्थ्य समस्याएं हो रही है? तो यह सब अंगारक दोष का प्रभाव हो सकता है। वैदिक ज्योतिष में अंगारक दोष को मंगल और राहु की युति के रूप में जाना जाता है, जो व्यक्ति के जीवन को ‘आग’ की तरह जला सकता है। अंगारक दोष जीवन में बड़े संकट पैदा कर सकता है। परंतु यदि आप इस दोष की सही विधि से अनुभवी पंडित जी के मार्गदर्शन में शांति पूजा कराते हैं तो यह दोष धीरे-धीरे शांत हो जाता है।

अंगारक दोष तब बनता है जब किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में मंगल ग्रह (Mars) 1st, 4th, 7th, 8th, या 12th भाव में स्थित होता है। इस दोष के कारण विवाह में विलंब, जीवनसाथी के साथ अनबन, आर्थिक समस्याएं आदि हो सकती हैं इसलिए इस दोष का निवारण अत्यधिक महत्वपूर्ण है। दोष निवारण का सबसे प्रभावी और सरल उपाय है उज्जैन में अंगारक दोष पूजा कराना है।

अंगारक दोष की पूजा क्यों करायी जाती है? जाने कारण

  1. विवाह में आ रही रुकावटों को दूर करने के लिए
  2. जीवनसाथी के साथ मधुर संबंध बनाए रखने के लिए
  3. बार-बार होने वाले आर्थिक नुकसान से मुक्ति के लिए
  4. गुस्से और मानसिक अशांति को नियंत्रित करने के लिए
  5. राहु और मंगल के अशुभ प्रभावों को कम करने के लिए।

अंगारक दोष पूजा की तैयारी

 पूजा की तिथि और समय (Muhurat)

  • दिन: मंगलवार का दिन सबसे शुभ माना जाता है क्योंकि यह मंगल ग्रह का दिन है।
  • तिथि: किसी भी मंगलवार को कर सकते हैं, लेकिन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी या अमावस्या भी शुभ मानी जाती है।
  • समय: सुबह का समय (प्रातःकाल) सबसे उत्तम होता है। पूजा के लिए लाल रंग के वस्त्र धारण करें।

 पूजा की सामग्री (Samagri)

पूजा शुरू करने से पहले निम्नलिखित सामग्री तैयार कर लें:

  • मंगल ग्रह का चित्र या यंत्र
  • लाल कपड़ा
  • गुड़ या गुड़ से बनी मिठाई (जैसे लड्डू)
  • लाल फूल (जैसे गुलाब)
  • लाल चंदन
  • कुमकुम
  • अक्षत (चावल)
  • दीपक, घी, अगरबत्ती
  • जल से भरा कलश
  • मुख्य नैवेद्य: मसूर की दाल (लाल रंग की दाल)

उज्जैन में अंगारक दोष की पूजा विधि में कौन-कौन से चरण शामिल है?

अंगारक दोष निवारण पूजा एक शक्तिशाली अनुष्ठान है, जो विशेष रूप से उज्जैन में कराई जाती है। इस पूजा का मुख्य उद्देश्य मंगल ग्रह को शांत करना और उनकी कृपा प्राप्त करना है। इस पूजा की विधि निम्नलिखित है

1. संकल्प और गणेश पूजा

पंडित जी पूजा से पहले संकल्प कराते हैं, जिसमें व्यक्ति का नाम, जन्मकुंडली और पूजा का उद्देश्य बताया जाता है। इसके बाद गणपति पूजन और नवग्रह आह्वान किया जाता है।

2. मंगल ग्रह की शांति पूजा

  • लाल कपड़े पर मंगल देव की मूर्ति या यंत्र स्थापित किया जाता है।
  • मंगल बीज मंत्र का जप किया जाता है: “ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः”
  • लाल फूल और सिंदूर अर्पित किया जाता है।

3. राहु शांति पूजा

  • काले कपड़े पर राहु देव का यंत्र या प्रतिमा स्थापित की जाती है।
  • राहु बीज मंत्र का जप होता है: “ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः”
  • नीले या काले फूल अर्पित किए जाते हैं।

4. हवन विधि

  • हवन कुंड में आम की लकड़ी, घी, तिल, जौ और हवन सामग्री डाली जाती है।
  • मंगल और राहु के मंत्रों से आहुतियाँ दी जाती हैं।
  • “अंगारक शांति मंत्र” का जाप करते हुए हवन संपन्न किया जाता है।

5. पूजन का समापन

  • सभी देवताओं को आरती उतारी जाती है।
  • दान-दक्षिणा दी जाती है।
  • प्रसाद वितरण करके पूजा समाप्त होती है।

अंगारक दोष पूजा करने का सही स्थान

शास्त्रों में बताया गया है कि उज्जैन, नासिक (त्र्यंबकेश्वर), वाराणसी और हरिद्वार जैसे तीर्थस्थलों पर इस पूजा का विशेष महत्व है। इन स्थानों पर पंडितों द्वारा की गई पूजा कई गुना फलदायी होती है। किन्तु उज्जैन अंगारक दोष पूजा के लिए सबसे उत्तम स्थान माना जाता है क्योंकि यहाँ मंगल ग्रह की शांति-पूजा के लिए मंगलनाथ मंदिर और अंगारेश्वर मंदिर स्थित है।

मंगलनाथ मंदिर, जो की मंगल ग्रह का जन्मस्थान माना जाता है, एकमात्र ऐसा मंदिर है जो की केवल उज्जैन में ही स्थित है। यहाँ पूजा करने से मंगल देव की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होते है। तो आज ही अपनी पूजा उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में बुक करे और इस दोष से छुटकारा पाएँ।

अंगारक दोष पूजा कराने के लाभ कौन-कौन से है?

  • अंगारक पूजा से विवाह में आ रही बाधाएँ दूर होती हैं।
  • वैवाहिक जीवन में शांति और स्थिरता आती है।
  • इस पूजा से गुस्सा और आवेग नियंत्रित होता है।
  • आर्थिक परेशानियाँ धीरे-धीरे कम होने लगती हैं।
  • मंगल और राहु का सकारात्मक प्रभाव बढ़ता है।

उज्जैन में अंगारक दोष पूजा में कितना खर्च आता है?

उज्जैन में अंगारक दोष पूजा कराने पर पूजा-खर्च कई बातो पर निर्भर करता है जैसे:- पंडित जी की दक्षिणा दोष की जटिलता और स्थान। यह पूजा उज्जैन में कराने पर इसका अनुमानित खर्च लगभग ₹2,100 या इससे अधिक हो सकता है। पूजा के बारे में सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए आज ही उज्जैन के अनुभवी पंडित मंगलेश शर्मा जी से संपर्क करे।

उज्जैन में अंगारक दोष पूजा की बुकिंग कैसे कराएँ?

अंगारक दोष पूजा की बुकिंग उज्जैन में करना बहुत ही आसान है आप उज्जैन जाकर वहाँ के अनुभवी पंडित जी से संपर्क कर सकते है या पंडित जी ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा भी देते है जिसकी सहायता से आप घर बैठे उज्जैन में पूजा बुकिंग कर सकते है।

आज ही उज्जैन के अनुभवी और योग्य पंडित जी से संपर्क करें और अपनी पूजा को सफल बनाएँ। नीचे दिये गए नंबर पर कॉल करें।

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