राहु केतू शांति पूजा उज्जैन- मात्र 1 दिन मे मुक्ति पाए
पौराणिक ग्रंथो मे छायादार ग्रहो का वर्णन मिलता है। राहु और केतू इन दो ग्रहो को ही छायादार ग्रह माना जाता है। इन दोनों ग्रहो को असुर ग्रह भी कहा जाता है। इन दोनों ग्रहो की स्थिति का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर भी पड़ता है। राहु और केतू के कारण व्यक्ति को जीवन कई प्रकार की आर्थिक,मानसिक और शारीरिक समस्याओ से जूझना पड़ता है। राहु केतू शांति पूजा द्वारा आप सभी समस्याओ से छुटकारा पा सकते है। आज हम इस लेख के माध्यम से राहु केतू शांति पूजा से लाभ के बारे मे जानेंगे।
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राहु केतू के क्या दुष्प्रभाव हो सकते है?
ज्योतिषशास्त्र मे राहु और केतू का विशेष महत्व होता है। अगर व्यक्ति की राशि मे राहु केतू दोष हो तो उसे कई प्रकार की समस्याओ और परेशानियो का सामना करना पड़ता है। व्यक्ति या परिवार का कोई सदस्य सदैव किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त रहता है। व्यक्ति कितनी भी मेहनत कर ले उसे सफलता नहीं मिलती है।
कुंडली मे से राहु केतू के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए ज्योतिष मे कई प्रकार के उपाय बताए गए है। इन उपायो को अपनाकर व्यक्ति राहु केतू के अशुभ प्रभाव को आसानी से कम कर सकता है। राहु और केतू के अशुभ प्रभाव के कारण व्यक्ति के जीवन में अचानक से घटनाएं होने लगती हैं।
राहु दोष से पीड़ित व्यक्ति को रात को कम नींद आती है, रात में सोते समय बार-बार डर से नींद टूट जाती है, डरावने और भयानक सपने ज्यादा आने लगते हैं, शरीर में कमजोरी और आलस आने लगता है।
राहु केतू के दुष्प्रभाव को कम करने के उपाय –
राहु और केतू के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए आप निम्नलिखित उपायो को अपना सकते है :-
- प्रतिदिन 108 बार ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय नमः का जाप करना चाहिए।
- हल्के गुलाबी रंग के कपड़े पहनने और दान करने से मानसिक शांति प्राप्ति होती है और अशुभ प्रभाव कम होता है।
- भगवान नरसिंह या भैरव की पूजा, स्तुति व दर्शन करने से राहु और केतु का अशुभ प्रभाव दूर होता हैं।
- राहु-केतु के शुभ फल की प्राप्ति के लिए शिव सहस्रनाम और हनुमत सहस्त्रनाम का भी पाठ करना चाहिए।
- राहु की शांति के लिए श्वेत मलयागिरी चंदन का टुकड़ा नीले रेशमी वस्त्र में लपेटकर बुधवार को धारण करना चाहिए।
- केतु की शांति के लिए बुधवार या गुरुवार को अश्वगंध की जड़ का टुकड़ा आसमानी रंग के कपड़े में धारण करना चाहिए।
राहु केतू शांति पूजा
ऊपर दिये गए उपायो द्वारा आप राहु और केतू के अशुभ प्रभाव को कम तो कर सकते है, किन्तु पूर्ण रूप से समाप्त करने के लिए आपको राहु केतू शांति पूजा करवानी चाहिए। पूजा करवाने के बाद ही आप राहु और केतू के अशुभ प्रभाव से सदैव के लिए मुक्ति पा सकते है। राहु केतू शांति पूजा करने के बाद राहु और केतू शुभ फल देने लगते है। यह एक बेहद ही लाभकारी और सिद्ध उपाय है।
राहु केतू शांति पूजा से लाभ
राहु केतू शांति पूजा करवाने से आपको निम्नलिखित लाभ प्राप्त होते है।
- राहु और केतू शांति पूजा करने से व्यक्ति अकाल मृत्यु, दुर्घटना और चोरी से बचता है।
- बुरी नज़र और नकारात्मकता से बचते है।
- राहु केतू शांति पूजा करने से कालसर्प दोष का दुष्प्रभाव भी कम होने लगता है।
- पूजा करने अशुभ ग्रह शांत होते है और शुभ ग्रह मजबूत होते है।
- व्यक्ति के जीवन मे आने वाली समस्याए दूर हो जाती है।
- व्यक्ति को मानसिक शांति प्राप्त होती है।
- व्यक्ति आध्यात्मिकता की और अग्रसर होता है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
राहु केतू शांति पूजा उज्जैन
राहु केतू शांति पूजा कराने से जीवन मे आ रही कई सारी परेशानियों से राहत मिलती है, ज्यादा संघर्ष नहीं करना पड़ता और व्यापार मे वृद्धि होती है। अगर आप उज्जैन मे राहु केतू शांति पूजा करवाना चाहते है, तो उज्जैन के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य मंगलेश शर्मा जी से संपर्क कर सकते है, और राहु केतू दोष और इसके निवारण के बारे मे सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते है।
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