चन्द्र ग्रहण दोष क्या है? जाने दोष के प्रभाव और पूजा खर्च की जानकारी
चंद्र ग्रहण, ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण दोष है, जो चंद्रमा पर राहु या केतु के प्रभाव से होता है और व्यक्ति के जीवन में मानसिक तनाव, स्वास्थ्य समस्याएँ, भावनात्मक अस्थिरता और आर्थिक बाधाएँ ला सकता है। चंद्र ग्रहण के दौरान चंद्रमा की पीड़ा को चन्द्र ग्रहण दोष कहा जाता है, जो कुंडली में चंद्रमा की कमजोर स्थिति या ग्रहण काल में जन्म लेने से उत्पन्न होता है।
उज्जैन चन्द्र ग्रहण दोष पूजा के लिए एक शक्तिशाली केंद्र माना जाता है। यह पूजा न केवल चंद्रमा की नकारात्मक ऊर्जा को शांत करती है, बल्कि यह एक आध्यात्मिक साहसिक यात्रा है, जो व्यक्ति को भावनात्मक स्थिरता, स्वास्थ्य और आंतरिक शांति की ओर ले जाती है।
Contents
- 1 चन्द्र ग्रहण दोष का ज्योतिषीय महत्व क्या है? इसकी विशेषताएँ क्या है?
- 2 चन्द्र ग्रहण दोष का जीवन पर प्रभाव क्या होता है?
- 3 चन्द्र ग्रहण पूजा के बाद करने योग्य उपाय कौन-कौन से है?
- 4 चन्द्र ग्रहण दोष पूजा क्यों जरूरी है?
- 5 उज्जैन में चन्द्र ग्रहण दोष पूजा का महत्व
- 6 चन्द्र ग्रहण दोष पूजा की विधि क्या है?
- 7 उज्जैन में चन्द्र ग्रहण दोष पूजा की लागत क्या है?
- 8 चन्द्र ग्रहण दोष पूजा के लाभ कौन-कौन से है?
- 9 उज्जैन में चन्द्र ग्रहण दोष पूजा कैसे बुक करें?
चन्द्र ग्रहण दोष का ज्योतिषीय महत्व क्या है? इसकी विशेषताएँ क्या है?
हिन्दू वैदिक शास्त्र के अनुसार चन्द्र ग्रहण दोष तब बनता है जब कुंडली में चंद्रमा (मन, भावनाएँ और माता का प्रतीक) राहु या केतु (छाया ग्रह) के प्रभाव में होता है, विशेष रूप से ग्रहण काल में जन्म लेने या चंद्रमा की कमजोर स्थिति से बनता है। राहु-केतु की स्थिति चंद्रमा की शुभता को कम करती है, जिससे मानसिक अस्थिरता और भावनात्मक बाधाएँ उत्पन्न होती हैं।
चन्द्र ग्रहण राहु के अमृत चुराने की कथा से जुड़ा है, जहां राहु चंद्रमा को निगलने का प्रयास करता है। ज्योतिषीय दृष्टिकोण से, यह दोष चंद्रमा की पीड़ा से जुड़ा है, जो जीवन में चिंता, अवसाद, स्वास्थ्य समस्याएँ (मानसिक रोग, पानी संबंधी रोग) और माता से संबंधित बाधाएँ ला सकता है।
चन्द्र ग्रहण दोष की विशेषताएँ:
- चंद्र-राहु युति: भ्रमपूर्ण निर्णय, मानसिक तनाव, अवसाद, और आर्थिक अस्थिरता।
- चंद्र-केतु युति: भावनात्मक अलगाव, आध्यात्मिक भटकाव, और पारिवारिक कलह।
- प्रभावित क्षेत्र: मन, स्वास्थ्य, परिवार, और आध्यात्मिक विकास।
- पौराणिक संदर्भ: भगवान शिव और चंद्रमा की कृपा इस दोष को शांत करती है, जो उज्जैन में विशेष रूप से संभव है।
जीवन पर इसका प्रभाव गहरा होता है – यह व्यक्ति को भावनात्मक अस्थिरता, अनिर्णय और आंतरिक संघर्ष का सामना करने के लिए मजबूर करता है। उज्जैन में चन्द्र ग्रहण दोष पूजा इस प्रक्रिया को तेज करती है, जो भगवान महाकाल की कृपा और क्षिप्रा नदी की पवित्रता से संचालित होती है।
चन्द्र ग्रहण दोष का जीवन पर प्रभाव क्या होता है?
चन्द्र ग्रहण दोष का प्रभाव कुंडली में चंद्रमा और राहु/केतु की स्थिति, दशा-अंतर्दशा और गोचर पर निर्भर करता है। इसके प्रमुख प्रभाव निम्नलिखित हैं:
- मानसिक और भावनात्मक तनाव: अवसाद, चिंता, अनिद्रा, या भावनात्मक अस्थिरता। व्यक्ति को बार-बार नकारात्मक विचार आते हैं।
- स्वास्थ्य समस्याएँ: मानसिक रोग, पानी संबंधी रोग (जैसे किडनी), या माता के स्वास्थ्य में समस्या होती है।
- पारिवारिक और वैवाहिक तनाव: माता से संबंधित विवाद, रिश्तों में गलतफहमियाँ, या विवाह में भावनात्मक बाधाएँ।
- आर्थिक और करियर चुनौतियाँ: निर्णय लेने में भ्रम, नौकरी में अस्थिरता, या आर्थिक निर्णयों में गलतियाँ।
- आध्यात्मिक भटकाव: धार्मिक विश्वासों में कमी या गलत मार्गदर्शन।
- सकारात्मक पक्ष: यह दोष व्यक्ति को भावनात्मक गहराई, सहानुभूति और आध्यात्मिक जागृति की ओर ले जाता है।
चन्द्र ग्रहण पूजा के बाद करने योग्य उपाय कौन-कौन से है?
1. शुद्ध आचरण बनाए रखें: पूजा के बाद कम से कम 11 दिन तक शुद्ध और सात्विक जीवनशैली अपनाएँ। मांसाहार, मदिरा और नकारात्मक आदतों से पूरी तरह दूर रहें।
2. शिव पूजन और अभिषेक करें: हर सोमवार को शिवलिंग पर दूध, दही, शहद और जल से अभिषेक करें। इससे चन्द्रमा का दोष कम होता है और मानसिक शांति मिलती है।
3. चन्द्रमा मंत्र का जाप: रोज़ाना सुबह या रात को “ॐ चन्द्राय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें। यह मन को स्थिर करता है और चन्द्रमा की शक्ति को मजबूत करता है।
4. दान और सेवा: सोमवार के दिन गरीबों या ब्राह्मण को सफेद वस्त्र, चावल, शक्कर, या दूध का दान करें। अनाथालय या गौशाला में सेवा करना भी शुभ फल देता है।
5. व्रत और नियम: सोमवार का व्रत रखें। शुद्ध जल में मिश्री या दूध डालकर शिवलिंग पर चढ़ाएँ।
चन्द्र ग्रहण दोष पूजा क्यों जरूरी है?
चन्द्र ग्रहण दोष का प्रभाव सीधे व्यक्ति की मानसिक स्थिति और पारिवारिक जीवन पर पड़ता है। उज्जैन में की गई चन्द्र ग्रहण दोष पूजा व्यक्ति को स्थिरता, मानसिक शांति और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करती है। यह पूजा न केवल दोष निवारण है, बल्कि भावनात्मक जागृति और जीवन में नई चमक का अवसर है।
उज्जैन में चन्द्र ग्रहण दोष पूजा का महत्व
उज्जैन, मध्य प्रदेश में स्थित, भगवान महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग और पवित्र क्षिप्रा नदी का घर है। उज्जैन को “समय का शहर” कहा जाता है, जहां महाकाल (काल का स्वामी) चंद्रमा की पीड़ा को शांत करते हैं। क्षिप्रा नदी की पवित्रता दोषों को धोने और आत्मिक शुद्धि प्रदान करने में सहायक है।
यह पूजा अन्य स्थानों से अलग है, क्योंकि यहां चंद्रमा की कृपा भगवान शिव की भक्ति से प्राप्त होती है। उज्जैन भगवान महाकाल की नगरी है और यहाँ की गई हर पूजा का प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है। प्राचीन शास्त्रों के अनुसार उज्जैन में की गई चन्द्र ग्रहण दोष पूजा विशेष रूप से फलदायी मानी जाती है।
चन्द्र ग्रहण दोष पूजा की विधि क्या है?
उज्जैन में चन्द्र ग्रहण दोष पूजा एक संरचित वैदिक अनुष्ठान है, जो निम्नलिखित चरणों में पूरी होती है:
- क्षिप्रा नदी में स्नान: सुबह स्नान, जो आत्मिक शुद्धि का प्रतीक है।
- संकल्प और गणेश पूजा: बाधाओं को दूर करने के लिए गणेश जी की पूजा।
- नवग्रह और चंद्रमा-राहु/केतु पूजा: विशेष मंत्र जाप और हवन। मंत्र:
- चंद्रमा: ॐ सों सोमाय नमः
- राहु: ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः
- केतु: ॐ स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः
- महामृत्युंजय जाप: स्वास्थ्य और भावनात्मक शांति के लिए (ॐ त्र्यम्बकं यजामहे…)।
- विसर्जन: पूजा सामग्री और चंद्रमा यंत्र का क्षिप्रा नदी में विसर्जन।
- दान और दक्षिणा: चावल, दूध, और सफेद वस्त्र का दान।
उज्जैन में चन्द्र ग्रहण दोष पूजा की लागत क्या है?
उज्जैन में की जाने वाली चन्द्र ग्रहण पूजा की लागत पूजा के प्रकार पर निर्भर करती है यहा का पूजा खर्च पंडित जी पर निर्भर करता है। नीचे पूजा का अनुमानित खर्च दिया गया है, ये सटीक जानकारी नहीं है पूजा की सही जानकारी के लिए आज ही उज्जैन के अनुभवी पंडित जी से सम्पर्क करे:
- सामूहिक पूजा: 2,500-3,000 रुपये।
- व्यक्तिगत पूजा: 3,100+रुपये।
- महा पूजा: 5,000+ रुपये।
चन्द्र ग्रहण दोष पूजा के लाभ कौन-कौन से है?
- मानसिक शांति: तनाव और अवसाद से मुक्ति मिलती है।
- स्वास्थ्य सुधार: पानी संबंधी रोग और मानसिक स्वास्थ्य में लाभ मिलता है।
- पारिवारिक सुख: माता और रिश्तों में सामंजस्य बढ़ता है।
- आर्थिक स्थिरता: निर्णय क्षमता में सुधार होता है।
- आध्यात्मिक जागृति: भावनात्मक बुद्धिमत्ता और चंद्रमा की चमक तेज होती है।
उज्जैन में चन्द्र ग्रहण दोष पूजा कैसे बुक करें?
उज्जैन में चन्द्र ग्रहण दोष पूजा चंद्रमा की नकारात्मक्ता को शांत करने का एक शक्तिशाली माध्यम है। महाकाल की कृपा और क्षिप्रा नदी की पवित्रता इस पूजा को लाभकारी बनाती है। यदि आप चन्द्र ग्रहण दोष से प्रभावित हैं, तो उज्जैन के अनुभवी पंडित जी से संपर्क करें, शुभ मुहूर्त चुनें, और उज्जैन पहुँचे।