निम्न मंगल दोष क्या है? जाने इसके लक्षण और उपाय
हिन्दू वैदिक ज्योतिष में मंगल ग्रह को कुज भी कहा जाता है। यह ग्रह ऊर्जा, साहस, भूमि, संपत्ति, पराक्रम और वैवाहिक जीवन पर बहुत गहरा प्रभाव डालता है। जब कुंडली में मंगल ग्रह अशुभ स्थिति में हो, कमजोर हो जाता हो या नीच राशि में होता हो, तब इसे निम्न मंगल दोष कहा जाता है। यह दोष व्यक्ति के जीवन में कई तरह की बाधाएँ उत्पन्न कर सकता है।
निम्न मंगल दोष व्यक्ति के जीवन में कई प्रकार की चुनौतियाँ ला सकता है, लेकिन उचित पूजा, मंत्र जाप, दान और ज्योतिषीय उपायों से इसके प्रभाव को शांत किया जा सकता है। इस दोष का सबसे सरल और प्रभावशाली उपाय है उज्जैन में मंगल दोष पूजा कराना। आज ही उज्जैन के अनुभवी पंडित मंगलेश शर्मा जी से नीचे दिये गए नंबर पर संपर्क करे और अपनी पूजा बुक करें।
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निम्न मंगल दोष क्या होता है? यह दोष कब बनता है?
जब मंगल ग्रह नीच राशि (कर्क राशि) में बैठा हो या शत्रु राशि में अपनी शक्ति खो दे, तब उसकी शुभता और शक्ति कमजोर हो जाती है। इस दोष के प्रभाव के कारण व्यक्ति को अपने जीवन के महत्वपूर्ण क्षेत्रों विशेषकर विवाह, करियर, भूमि और स्वास्थ्य में कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
निम्न मंगल दोष के लक्षण क्या है? निम्न मंगल दोष की पहचान कैसे करें?
निम्न मंगल दोष होने पर इस दोष के प्रभाव व्यक्ति की जीवनशैली और स्वभाव में दिखाई देने लगते हैं। कुछ प्रमुख लक्षण इस प्रकार हैं:
1. विवाह और दांपत्य जीवन में समस्या
- विवाह में देरी होना या रुकावट आना।
- विवाह के बाद पति-पत्नी में बार-बार विवाद होना, लड़ाई-झगड़े होना आदि।
- दांपत्य जीवन में असंतोष और दूरी आना।
2. स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ
- अचानक चोट लगना।
- रक्त संबंधी रोग, त्वचा रोग या रक्तचाप की समस्या।
- बार-बार दुर्घटनाओं का सामना करना।
3. आर्थिक और करियर संबंधी समस्याएँ
- नौकरी या व्यवसाय में अस्थिरता होना।
- अचानक धन हानि होना या कर्ज की समस्या आना।
- भूमि या प्रॉपर्टी विवाद होना, कानूनी कार्यवाही का होना।
4. स्वभाव और मानसिक स्थिति
- व्यक्ति का अधिक गुस्सा करना और अधीर स्वभाव होना।
- रिश्तों में सामंजस्य न रहना और खटास का आना।
- निर्णय लेने में अस्थिरता आना या गलत निर्णय लेना।
निम्न मंगल दोष के निवारण के उपाय कौन-कौन से है?
निम्न मंगल दोष को शांति और पूजा-पाठ के माध्यम से कम किया जा सकता है। यहाँ कुछ प्रमुख उपाय दिए गए है जिन्हे अपनाकर आप इस दोष के प्रभाव को शांत कर सकते है :-
1. मंगल दोष पूजा और मंगल शांति हवन
मंगल दोष के नकारात्मक प्रभाव को दूर करने के लिए सबसे प्रभावी उपाय उज्जैन मे मंगल दोष पूजा और मंगल शांति हवन माना जाता है। जब व्यक्ति की कुंडली में मंगल अशुभ स्थिति में होता है या विवाह जीवन में बाधाएँ उत्पन्न करता है, तब यह विशेष पूजा की जाती है। इस पूजा में पंडित जी विधिविधान से मंगल ग्रह का आवाहन कर पूजा करते हैं और हवन द्वारा मंगल की नकारात्मक ऊर्जा को शांत किया जाता है।
मंगल दोष का सबसे प्रभावी उपाय है मंगल शांति पूजा, जो उज्जैन जैसे मंगल जन्मस्थान में करवाएं, जहां मंगल मंत्र (“ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः”) का 21,000 बार जाप और हवन से दोष शांत होता है।
हवन में मसूर की दाल, घी, चंदन, लाल फूल, गूलर की लकड़ी और विशेष मंत्रों का प्रयोग होता है। इस दौरान “ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः” मंत्र का जाप कर मंगल ग्रह की कृपा प्राप्त की जाती है। मंगल शांति हवन से व्यक्ति के जीवन में विवाह संबंधी समस्याएँ दूर होती हैं, स्वास्थ्य में सुधार आता है, करियर में स्थिरता मिलती है और दांपत्य जीवन में सुख-शांति स्थापित होती है।
- मंगल शांति पूजा और हवन कराने से मंगल की नकारात्मकता कम होती है।
- यह पूजा विशेष रूप से उज्जैन और त्र्यंबकेश्वर जैसे पवित्र स्थलों पर की जाती है।
2. व्रत और उपासना
- मंगलवार के दिन व्रत रखें और हनुमान चालीसा का 108 बार पाठ करें तथा गुड़ चढ़ाएं, जो मंगल की कमजोरी को दूर करता है।
- हनुमान जी और भगवान मंगलनाथ की पूजा करें।
- मसूर की दाल, लाल वस्त्र, गुड़ और तांबे का दान करें।
3. मंत्र जाप
- मंगल बीज मंत्र का प्रतिदिन जाप करें:
“ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः” - प्रतिदिन 108 बार जाप करने से मंगल देव की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होता है।
4. रत्न धारण
- ज्योतिषीय परामर्श के बाद मूंगा (Coral) रत्न धारण करें। अनुभवी पंडित की सलाह के बाद ही यह रत्न धारण करें।
- यह मंगल ग्रह को बल प्रदान करता है और दोष के प्रभाव को कम करता है।
5. समाज सेवा और दान
- मंगलवार को गरीबों में लाल वस्त्र और मसूर की दाल दान करें।
- रक्तदान करना भी मंगल को मजबूत करता है।
उज्जैन में निम्न मंगल दोष पूजा में कितना खर्च आता है?
मंगल दोष पूजा उज्जैन में करने से दोष का प्रभाव शांत होता है और इसकी नकारात्मकता दूर होती है। इस दोष की पूजा कराने में आने वाला पूजा-खर्च कई बातों पर निर्भर करता है पूजा-पंडित, स्थान, दक्षिणा, दोष का प्रकार आदि। उज्जैन में मंगल दोष पूजा का अनुमानित खर्च लगभग ₹2,100-₹5,100 तक हो सकता है। खर्च और पूजा की पूरी जानकारी जानने के लिए अभी उज्जैन के अनुभवी पंडित मंगलेश शर्मा जी से संपर्क करें।
उज्जैन में निम्न मंगल दोष पूजा की बुकिंग कैसे करें?
यदि आपकी कुंडली में निम्न मंगल दोष है, तो आज ही उज्जैन के अनुभवी पंडित मंगलेश शर्मा जी से परामर्श लेकर उचित उपाय अवश्य करें। ये उपाय आपके जीवन को सुख-शांति और समृद्धि से भर देंगे। नीचे दिये गए नंबर पर कॉल करें और पूजा की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करें।