मांगलिक पूजा कहाँ होती है ?

मांगलिक पूजा कहाँ होती है ?

मांगलिक दोष को शांत करने के लिए की जाने वाली मांगलिक पूजा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, यह एक विशेष पूजा अनुष्ठान है, जो आपकी कुंडली से मंगल ग्रह के दोषों को समाप्त कर जीवन को सुख और समृद्धि की ओर ले जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस पूजा को सही स्थान और विधि से करना कितना महत्वपूर्ण है? सही स्थान पर पूजा करने दोष का दुष्प्रभाव शीघ्र ही समाप्त हो जाता है। आज इस लेख के माध्यम से जानेंगे की मांगलिक पूजा कहाँ होती है? और कैसे इस पूजा के द्वारा आप अपने जीवन मे आ रही समस्याओ से मुक्ति पा सकते है?

मांगलिक दोष क्या होता है ?

हिन्दू धर्म के अनुसार मांगलिक दोष एक ऐसा दोष है जो व्यक्ति की कुंडली मे मंगल ग्रह की विशेष स्थिति से उत्पन्न होता है। शास्त्रों के मुताबिक मंगल ग्रह को ऊर्जा का प्रतीक माना गया है। यदि व्यक्ति की कुंडली मे मांगलिक दोष सही स्थिति मे न हो या मांगलिक दोष अशुभ स्थिति मे हो तो इसे “मांगलिक दोष” कहा जाता है।

कुंडली मे मांगलिक दोष उत्पन्न होने के कारण व्यक्ति को अपने जीवन मे अनेक प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है , जैसे :- वैवाहिक जीवन मे समस्याएँ , विवाह मे रुकावट और आर्थिक स्थिति का कमजोर हो जाना इत्यादी।

मांगलिक दोष के लक्षण

  • वैवाहिक जीवन में समस्याएं।
  • शादी में देरी या बार-बार रिश्ता टूटना।
  • स्वास्थ्य समस्याएं।
  • मानसिक तनाव और गुस्से में वृद्धि।
  • आर्थिक समस्याएं।
  • धन संचय में बाधा।
  • करियर में रुकावटें।
  • घर में विवाद और अशांति।
  • माता-पिता या परिवार के अन्य सदस्यों से दूरी।

मांगलिक पूजा कहाँ होती है ?

मांगलिक दोष पूजा विशेष रूप से उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर मे की जाती है। यहाँ पूजा करने से मांगलिक दोष सदैव के लिए कुंडली से समाप्त हो जाता है। यह स्थान मांगलिक दोष निवारण के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। यहाँ पंडित जी कुंडली का विश्लेषण कर विशेष मांगलिक शांति पूजा करवाते हैं। उज्जैन मे स्थित मंगलनाथ मंदिर को मंगल ग्रह उत्पत्ति स्थल माना जाता है। मांगलिक दोष से मुक्ति पाने के लिए यह मंदिर सबसे उपयुक्त स्थान है।

यहाँ हर मंगलवार को विशेष रूप से मांगलिक पूजा और मंगल ग्रह शांति पूजा का आयोजन किया जाता है। उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और मांगलिक पूजा के लिए प्रमुख स्थानों में गिना जाता है।

मांगलिक दोष के उपाय :-

मांगलिक दोष के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए निम्नलिखित उपायों को अपनाना चाहिए :-

  • मंगलवार के दिन लाल मूंगा रत्न धारण करे।
  • मांगलिक दोष को कम करने के लिए कुम्भ विवाह या प्रीतिनिधि विवाह करना चाहिए।
  • मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करे और हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाए।
  • मंगल यंत्र को घर में स्थापित करें और नियमित पूजा करें।
  • भगवान शिव की उपासना करे , शिवलिंग का दूध और जल से अभिषेक करे।

मांगलिक दोष निवारण पूजा के लाभ :-

ज्योतिष शास्त्रो के अनुसार मांगलिक दोष के प्रभाव को कम करने के लिए सबसे प्राचीन और प्रसिद्ध उपाय मांगलिक दोष निवारण पूजा है। मांगलिक दोष निवारण पूजा का मुख्य उद्देश्य मंगल ग्रह के अशुभ प्रभावों को शांत करना और व्यक्ति के जीवन को सुख-समृद्धि से भरना है। यह पूजा वैवाहिक जीवन, करियर, स्वास्थ्य, और अन्य जीवन क्षेत्रों पर सकारात्मक प्रभाव डालती है।

मांगलिक दोष निवारण पूजा के कुछ ओर महत्वपूर्ण लाभ निम्नलिखित दिये गए है :-

  • मांगलिक दोष निवारण पूजा से वैवाहिक जीवन में शांति और स्थिरता मिलती है।
  • इस उपाय से मानसिक शांति और सकारात्मकता प्राप्त होती है।
  • इससे करियर और आर्थिक स्थिति में सुधार आता है।
  • स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।
  • पारिवारिक कलह का निवारण किया जाता है।
  • इस पूजा से साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
  • नकारात्मक ऊर्जा का निवारण होता है।
  • विवाह पूर्व समस्याओं का समाधान किया जाता है।
  • जीवनसाथी और परिवार के साथ मजबूत संबंध होते है।

उज्जैन मे मांगलिक दोष निवारण पूजा कैसे बुक करे ?

उज्जैन मे मांगलिक दोष निवारण पूजा बुक करने के लिए आप पंडित मंगलेश शर्मा जी से संपर्क कर सकते है। पंडित जी को मांगलिक दोष एवं अन्य दोष निवारण के लिए की जाने वाली पूजा का 21 वर्ष से अधिक अनुभव प्राप्त है। उनकी पूजा की विधि बहुत ही सरल, पवित्र और प्रभावशाली है। पंडित जी ने अब तक कई लोगों की कुंडली से दोषों को दूर किया है। नीचे दिये गए नंबर पर कॉल करे एवं पंडित जी से संपर्क करके अपनी पूजा बुक करे।

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