वासुकी कालसर्प दोष निवारण: जाने प्रभाव और उपाय
वासुकी कालसर्प दोष निवारण पूजा अत्यंत प्रभावी मानी जाती है। यह पूजा विशेष रूप से भगवान शिव और नाग देवता की कृपा प्राप्त करने के लिए की जाती है। वासुकी कालसर्प दोष निवारण पूजा विशेष रूप से वासुकी कालसर्प दोष के नकारात्मक प्रभाव को कुंडली से हटाने के लिए की जाती है। इस पूजा को करने के लिए नाग पंचमी और महाशिवरात्रि, शुभ मुहूर्त माने जाते है।
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वासुकी कालसर्प दोष क्या है ?
हिन्दू धर्म में वासुकी कालसर्प दोष एक ज्योतिषीय दोष है जो तब बनता है जब व्यक्ति की कुंडली में राहु और केतु के बीच सभी ग्रह आ जाते हैं। इसे विशेष रूप से वासुकी नाग की स्थिति के आधार पर पहचाना जाता है। इस दोष का नाम वासुकी नाग के नाम पर रखा गया है, जो भगवान शिव के प्रिय और उनके गले में वास करते हैं।
वासुकी कालसर्प दोष का नकारात्मक प्रभाव व्यक्ति के जीवन में नकारात्मकता, असफलता, और मानसिक तनाव ला सकता है। यह दोष तब बनता है जब राहु तीसरे भाव में और केतु नौवें भाव में स्थित होता है, और अन्य सभी ग्रह इन दोनों के बीच स्थित हो जाते हैं।
वासुकी कालसर्प दोष के प्रभाव
वासुकी कालसर्प दोष जिस व्यक्ति की कुंडली में पाया जाता है उस व्यक्ति के जीवन में कई प्रकार की चुनौतियों और कठिनाइयों का कारण बन सकता है। यह दोष राहु और केतु की विशेष स्थिति के कारण उत्पन्न होता है, और इसके प्रभाव व्यक्ति के जीवन में दिखाई देते हैं। नीचे इसके मुख्य प्रभाव दिए गए हैं :-
- इस दोष के प्रभ से व्यक्ति को अपने प्रयासों का पूर्ण फल नहीं मिलता, बार-बार असफलता का सामना करना पड़ता है।
- आर्थिक स्थिति कमजोर होने से जीवन मे कठिनाई होती है, धन का अनियमित प्रवाह और बार-बार हानि होती है।
- स्वास्थ्य पर प्रभाव जैसे- मानसिक तनाव और चिंता का स्तर बढ़ जाता है, नींद संबंधी समस्याएं (अनिद्रा) होती है।
- यह दोष पारिवारिक संबंधों में खटास और अलगाव की स्थिति बनाता है, इसके कारण वैवाहिक जीवन में समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
- व्यक्ति को समाज में अपमान और आलोचना का शिकार होना पड़ सकता है।
- व्यक्ति के जीवन में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ जाता है।
वासुकी कालसर्प दोष के उपाय
वासुकी कालसर्प दोष को शांत करने और इसके नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए शास्त्रों में कई उपाय बताए गए हैं। ये उपाय भगवान शिव, नाग देवता, और राहु-केतु को प्रसन्न करने के लिए किए जाते हैं निम्नलिखित उपाय दोष निवारण में अत्यधिक प्रभावी माने गए हैं :-
- नाग पंचमी के दिन नाग देवता की विशेष पूजा करने से वासुकी कालसर्प दोष का प्रभाव कम होता है।
- चांदी के नाग-नागिन की मूर्ति बनाकर उनकी पूजा करें और उन्हें शुद्ध जल और दूध अर्पित करें।
- महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप करने से राहु और केतु दोष शांत होता है। मंत्र :-
“ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।।” - शिवलिंग पर बेलपत्र, गंगा जल, और दूध चढ़ाना विशेष लाभकारी है, हर सोमवार को भगवान शिव का रुद्राभिषेक करें।
- राहु और केतु को शांत करने के लिए काले तिल और सरसों का दान करें।
- वासुकी कालसर्प दोष को शांत करने के लिए विशेष हवन और यज्ञ का आयोजन करें।
- राहु और केतु के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए ज्योतिषीय सलाह के अनुसार गोमेद (राहु) और लहसुनिया (केतु) रत्न धारण करें।
- हर दिन “ॐ नमः शिवाय” मंत्र को 108 बार लिखने का नियम बनाएं।
वासुकी कालसर्प दोष निवारण पूजा
वासुकी कालसर्प दोष निवारण पूजा व्यक्ति के जीवन में उपस्थित नकारात्मक प्रभावों को शांत करने और सुख-समृद्धि लाने के लिए की जाती है। यह पूजा विशेष रूप से राहु और केतु के दुष्प्रभाव को कम करने और भगवान शिव एवं नाग देवता को प्रसन्न करने के उद्देश्य से की जाती है। पूजा का मुख्य उद्देश्य दोष से उत्पन्न नकारात्मक प्रभाव को शांत करना और जीवन में सकारात्मकता लाना है।
वासुकी कालसर्प दोष निवारण पूजा एक प्रभावी आध्यात्मिक उपाय है, जो दोष से उत्पन्न कठिनाइयों को दूर कर व्यक्ति के जीवन में सुखद परिवर्तन लाने में सहायक है। उज्जैन, त्र्यंबकेश्वर, और अन्य पवित्र तीर्थस्थलों पर यह पूजा करवाना अत्यधिक प्रभावी मानी जाती है। अमावस्या, पूर्णिमा, या पंचमी तिथि पर पूजा करना अत्यधिक लाभकारी होता है।
वासुकी कालसर्प दोष पूजा कैसे बुक करें ?
- सबसे पहले पंडित मंगलेश शर्मा जी से वेबसाइट या आधिकारिक नंबर के ज़रिए संपर्क करें।
- पंडित जी को अपनी कुंडली का विवरण दें।
- अपनी जन्मतिथि, समय और स्थान का विवरण दें।
- पंडित जी से पूजा का समय तय करें।
- पूजा से एक दिन पहले या पूजा से पहले उज्जैन पहुँचे।
पंडित मंगलेश शर्मा जी द्वारा वासुकी कालसर्प दोष पूजा हेतु वर्ष भर लोग आते है, और अपनी परेशानियों से मुक्ति पाते है, आप भी अगर किसी दोष से परेशान है और अपने बिगड़े काम बनाने हेतु उज्जैन मे पूजा करना चाहते है तो अभी पंडित जी से बात करे और निशुल्क परामर्श ले। ओर अधिक जानकारी के लिए नीचे दिये गए नंबर पर कॉल करें :-